हाईकु एवं चोपई छंद
इस देश का किसान मजदूर कर्ज मे जीता है और कर्ज मे ही मरता है इसी पर हमारे हाईकु एवं चौपई छंद देखिए…
हाईकु -पंच
(वर्ण,७,५,७)
१
कर्ज मे ही जनम
आम जीवन
कर्ज मे ही खतम
२
किसान को देखिए
कर्ज कितना
कर्णधार सोचिए
३
अथक परिश्रम
कम आमद
कर्ज से दबा श्रम
४
कृषक का उत्पाद
सबसे सस्ता
कृषक बरबाद
५
कर्ज उतार दीजे
श्रमिक नीति
अब उदार कीजे
उन्नत-खेती
चौपई छंद(मात्रा १५ अंत गुरु लघु)
१
उन्नत खेती बड़े किसान
व्यापारी भी तब धनवान
अर्थ व्यवस्था भी मजबूत
इसका ये ही ठोस सबूत
२
देश हुआ जब से आजाद
समझो खाद बीज परसाद
कैसे बड़ता तब उत्पाद
बस किसान केवल बरबाद
३
उद्योगों को मदद अपार
दस की वस्तु मिले हजार
और विदेशी सब व्यापार
भारतवासी बस लाचार
४
आज देखिये तो जापान
दुनियाँ मे कैसे धनवान
देशी पर करते अभिमान
विदेशी का न नाम निशान
५
आज समस्या तो विकराल
पर खेती से ही खुशहाल
‘अनेकांत’ की अतः पुकार
उन्नत खेती विविध प्रकार
राजेन्द्र’अनेकांत’
बालाघाट दि०७-०२-१६