हाइकू
मादक रात
फूले रजनीगन्धा
हाथ मे हाथ।
मन भावनी
सुगन्धित पवन
शांति दायिनी
चाँद बिखेरे
धरा पर चंद्रिका
रूप निखरे।
मीठा संगीत
लेता मन को जीत
आ भी जा मीत।
सोता है दिन
लोरी गाये है रात
तारों को गिन
मादक रात
फूले रजनीगन्धा
हाथ मे हाथ।
मन भावनी
सुगन्धित पवन
शांति दायिनी
चाँद बिखेरे
धरा पर चंद्रिका
रूप निखरे।
मीठा संगीत
लेता मन को जीत
आ भी जा मीत।
सोता है दिन
लोरी गाये है रात
तारों को गिन