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22 Oct 2019 · 1 min read

हाइकु

चंद्र देव से,
मैं मांगू वरदान,
अमन चैन
“*****”******************
देश के पूत,
स्वदेशी बने हम,
देश उन्नत।
*************************”
मैं परदेश,
मिलन कैसे होगा
तड़पी रूह ।
****************”*******”*
******अंशु कवि************

Language: Hindi
2 Likes · 581 Views
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