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संजीव शुक्ल 'सचिन'
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21 Dec 2018 · 1 min read
हाइकु
राम शरण
सदा सुखदायक
भजो रे मन।
बिना हरी के
जीवन दुखदाई
राम भजो रे।
✍️पं.संजीव शुक्ल “सचिन”
Language:
Hindi
Tag:
हाइकु
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