हाइकु: श्रमिक
श्रम करेंगे
क़िस्मत उज़ागर
उन्नत राष्ट्र।।१।
कन्धे में बोझ
परिस्थिति दोष
कर्म से प्रेम।।२।
श्रमिक व्यथा
राष्ट्र में भागीदारी
हो गुणगान।।३।
कर्म का फल
परिश्रम से नाता
भूख मिटेगी।।४।।
कृषि – जवान
परिश्रम करतें
राष्ट्र निर्माण।।५।
ये हरियाली
हरे तीज- त्यौहार
श्रम उल्लास।।६।