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20 Aug 2023 · 1 min read

हाइकु -भ्रम

हाइकु
भ्रम
**********
नहीं है भ्रम
सब अपना कर्म
न भागे हम।

खोल भ्रम की
खुद आंखों की पट्टी
फिर समझ।

डूब जायेगा
इतना भ्रम क्यों है
क्या बत्ती गुल।

न कोई भ्रम
खुद पर विश्वास
होगा विकास।

क्या मिलेगा
अति उत्साह संग
मुंह की ख़ाना।

सुधीर श्रीवास्तव
गोण्डा उत्तर प्रदेश
© मौलिक स्वरचित

Language: Hindi
125 Views
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