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31 May 2021 · 1 min read

हाइकु-पापा की परी

हाइकु
*****
पापा की परी
***********
पापा की परी
आसमां में उड़ती
खुश रहती।
^^^^^
बड़े निराले
मेरे प्यारे से पापा
जान लुटाते।
^^^^^
मुझे बुलाते
घर आते पहले
लिपट जाती।
^^^^^
पापा की जान
पापा का स्वाभिमान
मैं ही उनकी
^^^^^
जब गुस्साते
सहम सी जाती मैं
बाँहों में लेते।
^^^^^
■ सुधीर श्रीवास्तव
गोण्डा(उ.प्र.)
8115285921
©मौलिक, स्वरचित

Language: Hindi
1 Like · 411 Views
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