हाँ, वह लड़की ऐसी थी
हाँ, वह लड़की ऐसी थी, उसको बहुत मैं चाहता था।
प्यार था मुझको उससे बहुत, उसको बहुत मैं चाहता था।।
हाँ, वह लड़की ऐसी थी ————————-।।
उसकी अदा हर लगती थी प्यारी,थी वह यारों चंचल बहुत।
करता था उससे दिल की बातें, दिल था उसका नाजुक बहुत।।
करती थी बातें शर्माती हुई, उसको बहुत मैं चाहता था।
हाँ, वह लड़की ऐसी थी ————————।।
उसके सिवा और किसी की, आती नहीं थी याद मुझको।
आँखों में था ख्वाब उसी का, जरूरत थी उसी की मुझको।।
होती थी उससे तकरार भी, उसको बहुत मैं चाहता था।
हाँ, वह लड़की ऐसी थी——————–।।
पढ़ती थी खत मेरे गौर से, हंसती थी फिर वह खुलकर।
दिल की धङकन सुनाती थी, मुझसे फिर वह लिपटकर।।
वह खुशी थी मेरे जीवन की, उसको बहुत मैं चाहता था।
हाँ, वह लड़की ऐसी थी ————————-।।
शिक्षक एवं साहित्यकार
गुरुदीन वर्मा उर्फ जी.आज़ाद
तहसील एवं जिला- बारां(राजस्थान)