हाँ ये सुकून है ।
हाँ ये सुकून है ।
– मुझे लगता है, सुबह से लेकर शाम तक की भागदौड़ के बाद जब तुम घर को जाते हो और बैठ किसी कुर्सी पर एक लंबी थकान कि सांस छोड़ते हो। यही देख जब कोई तुम्हारे लिए पानी का गिलास ले आता है और तुमसे तुम्हारा हाल पूछता है, हाँ ये सुकून है ।
– लंबे अरसे से दूर तुमसे कोई करीबी शक्स, अचानक से मिल जाए बैठ किसी डगर, जब वो तुमसे तुम्हारा वक्त चुराए, और बरसों की खामोशी को तुम जब आपस में बयां करते हो, हाँ ये सुकून है ।
– जब कोई स्त्री हालातों और परंपराओं की तंग दीवारों में कैद रह, जब किसी दिन खुद को आज़ाद करती हैं।
हाँ तब वो उसके लिए सबसे सुखद और सुकून का पल होता है
हा वो सुकून होता है ।