*** हाँ पानी-पानी ***
हाँ पानी – पानी
इस जीवन की रवानी हाँ पानी-पानी
बहता निर्मल जल हरपल पानी-पानी
हाँ पानी – पानी
कभी बरखाजल करता छल पानी-पानी
कभी आँखों – छलका जल पानी-पानी
हाँ पानी – पानी
कभी कल-कल करता जल पानी-पानी
कभी छपाछपछपाछपछप पावों का पानी
हाँ पानी – पानी
कभी याद दिलाता बचपन बरखा-पानी
कभी तेज बौछारें बरसाता सावन-पानी
हाँ पानी – पानी
कभी भीगी रातों में नानी टपटप पानी
सुना था हमने भी,शेर कानपकड़ लायी
हाँ पानी – पानी
डरते लोग सभी थे,हो ना पानी- पानी
मर्यादा भूल ना जाये,हो ना पानी-पानी
हाँ पानी – पानी
बरखा पानी छपछपछप करता पानी
मर जाये ना अब आंखों का पानी
हाँ पानी – पानी
पानी रे पानी पानी रे पानी रे पानी
अब हमने दिल में ठानी रखेंगे पानी
हाँ पानी-पानी
चाहे बरखा पानी – आंखों का पानी
रखेंगे संचित कर हम दोनों का पानी
पानी रे पानी रे रे पानी रे
हो ना इस जहां में कोई पानी -पानी
बस इतनी-सी थी पानी की ये कहानी
हाँ पानी-पानी पानी- पानी
पानी रे पानी पानी रे पानी
?मधुप बैरागी