हसरतें पाल लो, चाहे जितनी, कोई बंदिश थोड़े है,
हसरतें पाल लो, चाहे जितनी, कोई बंदिश थोड़े है,
जवाब मांगेगी जनता, भाग न सकोगे, हुकूमत तुम्हारे अकेले की थोडे है ।.।
हसरतें पाल लो, चाहे जितनी, कोई बंदिश थोड़े है,
जवाब मांगेगी जनता, भाग न सकोगे, हुकूमत तुम्हारे अकेले की थोडे है ।.।