हलचल इधर भी है तो हलचल उधर भी होगी ही!
हलचल इधर भी है तो हलचल उधर भी होगी ही!
बेक़रार है दिल मेरा तो बेक़रारी उधर भी होगी ही!
काश दरमियां हमारे सरहद की दीवार नहीं होती…
तो हर आवाज़ मेरी हमनशीं तक पहुॅंच जाती ही!
…. अजित कर्ण ✍️
हलचल इधर भी है तो हलचल उधर भी होगी ही!
बेक़रार है दिल मेरा तो बेक़रारी उधर भी होगी ही!
काश दरमियां हमारे सरहद की दीवार नहीं होती…
तो हर आवाज़ मेरी हमनशीं तक पहुॅंच जाती ही!
…. अजित कर्ण ✍️