हर शब्द सिद्धांत
शब्द हर एक वाक्य को सिद्धांत माना जाएगा,
इसलिए तुम सोचो समझो और बोलो बात को।।
कल तुम्हारे बोल होंगे हर जुबां हर गीत में।
ये नियम आदर्श शामिल होंगे जग की रीत में।
जो कहोगे आज वह सौगात माना जाएगा,
इसलिए तुम सोचो समझो और बोलो बात को।
कुछ तुम्हारी बात से फूले समाएंगे नहीं।
कुछ तुम्हारी बात की पीड़ा भुलायेंगे नहीं।
तब तुम्हें उन्माद का उत्पात माना जाएगा,
इसलिए तुम सोचो समझो और बोलो बात को।
बात ऐसी बोलिये मत चोट हो सम्मान में।
कब कहाँ क्या बोलना है यह रखो संज्ञान में।
जो दिलों को जीत ले जज़्बात माना जाएगा,
इसलिए तुम सोचो समझो और बोलो बात को।
संतोष बरमैया जय