Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
1 Apr 2023 · 1 min read

हर रिश्ता

हर रिश्ता स्वयं में बहुत
सुन्दर और पवित्र होता है
लेकिन यह तभी सुंदर और
पवित्र बनेगा जब आप
मन से रिश्तों की गरिमा
और उसकी पवित्रता का
ध्यान रखेंगे ।

डाॅ फौज़िया नसीम शाद

Language: Hindi
8 Likes · 605 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Dr fauzia Naseem shad
View all
You may also like:
तुम्हारी आँखें कमाल आँखें
तुम्हारी आँखें कमाल आँखें
Anis Shah
🙅 याद रखा जाए🙅
🙅 याद रखा जाए🙅
*प्रणय*
आंख से मत कुरेद तस्वीरें - संदीप ठाकुर
आंख से मत कुरेद तस्वीरें - संदीप ठाकुर
Sandeep Thakur
संयुक्त परिवार
संयुक्त परिवार
विजय कुमार अग्रवाल
*अच्छी बातें जो सीखी हैं, ऋषि-मुनियों की बतलाई हैं (राधेश्या
*अच्छी बातें जो सीखी हैं, ऋषि-मुनियों की बतलाई हैं (राधेश्या
Ravi Prakash
चिंता दर्द कम नहीं करती, सुकून जरूर छीन लेती है ।
चिंता दर्द कम नहीं करती, सुकून जरूर छीन लेती है ।
पूर्वार्थ
" क्यों "
Dr. Kishan tandon kranti
हम छि मिथिला के बासी
हम छि मिथिला के बासी
Ram Babu Mandal
वर्दी (कविता)
वर्दी (कविता)
Indu Singh
24)”मुस्करा दो”
24)”मुस्करा दो”
Sapna Arora
परिश्रम
परिश्रम
Neeraj Agarwal
देखना ख़्वाब
देखना ख़्वाब
Dr fauzia Naseem shad
"शिक्षक दिवस और मैं"
डॉ. उमेशचन्द्र सिरसवारी
नटखट-चुलबुल चिड़िया।
नटखट-चुलबुल चिड़िया।
Vedha Singh
उसके पास से उठकर किसी कोने में जा बैठा,
उसके पास से उठकर किसी कोने में जा बैठा,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
*नई मुलाकात *
*नई मुलाकात *
DR ARUN KUMAR SHASTRI
पतझड़
पतझड़
ओसमणी साहू 'ओश'
एक नज़्म _ सीने का दर्द मौत के सांचे में ढल गया ,
एक नज़्म _ सीने का दर्द मौत के सांचे में ढल गया ,
Neelofar Khan
अभी ना करो कोई बात मुहब्बत की
अभी ना करो कोई बात मुहब्बत की
shabina. Naaz
घर आंगन
घर आंगन
surenderpal vaidya
पाक दामन मैंने महबूब का थामा है जब से।
पाक दामन मैंने महबूब का थामा है जब से।
Phool gufran
हमने किस्मत से आँखें लड़ाई मगर
हमने किस्मत से आँखें लड़ाई मगर
VINOD CHAUHAN
जीवन
जीवन
Santosh Shrivastava
*कहर  है हीरा*
*कहर है हीरा*
Kshma Urmila
मैं मधुर भाषा हिन्दी
मैं मधुर भाषा हिन्दी
डॉ विजय कुमार कन्नौजे
नानी का घर
नानी का घर
सुरेश ठकरेले "हीरा तनुज"
गमले में पेंड़
गमले में पेंड़
Mohan Pandey
3823.💐 *पूर्णिका* 💐
3823.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
छोड़कर जाने वाले क्या जाने,
छोड़कर जाने वाले क्या जाने,
शेखर सिंह
ଏହା ହେଉଛି ପବନ
ଏହା ହେଉଛି ପବନ
Otteri Selvakumar
Loading...