हर पाँच बरस के बाद
हर पाँच बरस के बाद
अपनी रखवाली के ख़ातिर
भेड़ों को मौका मिलता है,
भेड़िए चुनने का मौका,
इस अमल को चुनाव कहते है
और इस निज़ाम को जम्हूरियत
जॉनी अहमद क़ैस
हर पाँच बरस के बाद
अपनी रखवाली के ख़ातिर
भेड़ों को मौका मिलता है,
भेड़िए चुनने का मौका,
इस अमल को चुनाव कहते है
और इस निज़ाम को जम्हूरियत
जॉनी अहमद क़ैस