Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
0
Notifications
Settings
हिमांशु Kulshrestha
42 Followers
Follow
Report this post
18 Jul 2024 · 1 min read
हर पल
हर पल
जो जिंदगी का
जिया है हमने हिज्र में
एक एक पल
सदियों सा गुज़रा है
हिमांशु Kulshrestha
Tag:
Quote Writer
Like
Share
59 Views
Share
Facebook
Twitter
WhatsApp
Copy link to share
Copy
Link copied!
You may also like these posts
धरा हरी बनाने को पेड़ लगाओ
Prithvi Singh Beniwal Bishnoi
महापुरुषों की सीख
Dr. Pradeep Kumar Sharma
2891.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
आँखों में मुहब्बत दिखाई देती है
डी. के. निवातिया
देखा है
Ahtesham Ahmad
खो गए हैं ये धूप के साये
Shweta Soni
मुक्तक
sushil sarna
"अपनी माँ की कोख"
Dr. Kishan tandon kranti
*गणतंत्र (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
घनाक्षरी के बारह प्रकार सविस्तार
आचार्य ओम नीरव
"बिलखती मातृभाषा "
DrLakshman Jha Parimal
हर एक शख्स से ना गिला किया जाए
कवि दीपक बवेजा
किसान
Dp Gangwar
* हिन्दी को ही *
surenderpal vaidya
कोरोना कविता
Mangu singh
शिक्षा ही जीवन है
SHAMA PARVEEN
आज के समय में शादियों की बदलती स्थिति पर चिंता व्यक्त की है।
पूर्वार्थ
यदि हम कोई भी कार्य खुशी पूर्वक करते हैं फिर हमें परिणाम का
Ravikesh Jha
ये वादियों में महकती धुंध, जब साँसों को सहलाती है।
Manisha Manjari
पटकथा
Mahender Singh
कुलदीप बनो तुम
Anamika Tiwari 'annpurna '
तुम्हारे साथ ने..
हिमांशु Kulshrestha
सत्य तो सत्य होता है
Kirtika Namdev
होके रुकसत
Awneesh kumar
#प्रेरक_प्रसंग-
*प्रणय*
तन्हाई को जश्न दे चुका,
goutam shaw
ग़ज़ल
Neelofar Khan
होते हैं हर शख्स के,भीतर रावण राम
RAMESH SHARMA
यह ख्वाब
Minal Aggarwal
सांता क्लॉज आया गिफ्ट लेकर
Suman (Aditi Angel 🧚🏻)
Loading...