Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
18 Sep 2024 · 1 min read

हर दिल में एक टीस उठा करती है।

हर दिल में एक टीस उठा करती है।
हर टीस में एक आवाज हुआ करती है ।।
ये तो नामुमकिन है कि हर कोई बनवा दे ताजमहल ।।।
पर हर दिल में एक मुमताज हुआ करती है ।।।।

84 Views

You may also like these posts

#संसार की उपलब्धि
#संसार की उपलब्धि
Radheshyam Khatik
3451🌷 *पूर्णिका* 🌷
3451🌷 *पूर्णिका* 🌷
Dr.Khedu Bharti
यूं प्यार में ज़िंदगी भी तबाह हो जाती है,
यूं प्यार में ज़िंदगी भी तबाह हो जाती है,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
बदलते भारत की तस्वीर
बदलते भारत की तस्वीर
Sudhir srivastava
बाधाएं आती हैं आएं घिरे प्रलय की घोर घटाएं पावों के नीचे अंग
बाधाएं आती हैं आएं घिरे प्रलय की घोर घटाएं पावों के नीचे अंग
पूर्वार्थ
जग की सारी बन्दिशें, चलो तोड़ दें आज ।
जग की सारी बन्दिशें, चलो तोड़ दें आज ।
sushil sarna
बेकरार
बेकरार
अभिषेक पाण्डेय 'अभि ’
संविधान दिवस
संविधान दिवस
जय लगन कुमार हैप्पी
*गीता में केशव बतलाते, यह तथ्य नहीं आत्मा मरती (राधेश्यामी छ
*गीता में केशव बतलाते, यह तथ्य नहीं आत्मा मरती (राधेश्यामी छ
Ravi Prakash
अपने दर्द को अपने रब से बोल दिया करो।
अपने दर्द को अपने रब से बोल दिया करो।
इशरत हिदायत ख़ान
स्मरण रहे
स्मरण रहे
Nitin Kulkarni
💐💐💐दोहा निवेदन💐💐💐
💐💐💐दोहा निवेदन💐💐💐
भवानी सिंह धानका 'भूधर'
सुलेख
सुलेख
Rambali Mishra
गमों से फासला नहीं सीखा.....??
गमों से फासला नहीं सीखा.....??
सिद्धार्थ गोरखपुरी
मधुर मिलन
मधुर मिलन
Seema gupta,Alwar
#ताम्रपत्र
#ताम्रपत्र
वेदप्रकाश लाम्बा लाम्बा जी
रिश्ते नाते वो मुझसे......, सभी तोड़ कर।
रिश्ते नाते वो मुझसे......, सभी तोड़ कर।
पंकज परिंदा
सिसकियाँ जो स्याह कमरों को रुलाती हैं
सिसकियाँ जो स्याह कमरों को रुलाती हैं
Manisha Manjari
अलविदा
अलविदा
Dr fauzia Naseem shad
वो दौड़ा आया है
वो दौड़ा आया है
Sonam Puneet Dubey
उसका दुःख
उसका दुःख
Dr MusafiR BaithA
ऐ ज़िंदगी
ऐ ज़िंदगी
Shekhar Chandra Mitra
My Guardian Angel!
My Guardian Angel!
R. H. SRIDEVI
वैशाख की धूप
वैशाख की धूप
Dr. Ramesh Kumar Nirmesh
शीर्षक -ओ मन मोहन!
शीर्षक -ओ मन मोहन!
Sushma Singh
महोब्बत करो तो सावले रंग से करना गुरु
महोब्बत करो तो सावले रंग से करना गुरु
शेखर सिंह
अगर सपने आपके है तो चुनौतियां भी आप की होंगी  और कीमत भी आपक
अगर सपने आपके है तो चुनौतियां भी आप की होंगी और कीमत भी आपक
Sanjay ' शून्य'
क्या लिखूं ?
क्या लिखूं ?
Rachana
कोई फ़र्क़ पड़ता नहीं है मुझे अब, कोई हमनवा हमनिवाला नहीं है।
कोई फ़र्क़ पड़ता नहीं है मुझे अब, कोई हमनवा हमनिवाला नहीं है।
*प्रणय*
" लक्ष्य "
Dr. Kishan tandon kranti
Loading...