Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
18 Sep 2024 · 1 min read

हर दिल में एक टीस उठा करती है।

हर दिल में एक टीस उठा करती है।
हर टीस में एक आवाज हुआ करती है ।।
ये तो नामुमकिन है कि हर कोई बनवा दे ताजमहल ।।।
पर हर दिल में एक मुमताज हुआ करती है ।।।।

8 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
23/156.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
23/156.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
★ किताबें दीपक की★
★ किताबें दीपक की★
★ IPS KAMAL THAKUR ★
अक्सर यूं कहते हैं लोग
अक्सर यूं कहते हैं लोग
Harminder Kaur
*शुभ स्वतंत्रता दिवस हमारा (बाल कविता)*
*शुभ स्वतंत्रता दिवस हमारा (बाल कविता)*
Ravi Prakash
परिवर्तन ही वर्तमान चिरंतन
परिवर्तन ही वर्तमान चिरंतन
Mrs PUSHPA SHARMA {पुष्पा शर्मा अपराजिता}
जब तक साँसें देह में,
जब तक साँसें देह में,
sushil sarna
मैं हिन्दुस्तानी !
मैं हिन्दुस्तानी !
Shyam Sundar Subramanian
*रामलला का सूर्य तिलक*
*रामलला का सूर्य तिलक*
Ghanshyam Poddar
तड़प कर मर रही हूं तुझे ही पाने के लिए
तड़प कर मर रही हूं तुझे ही पाने के लिए
Ram Krishan Rastogi
"मुलाजिम"
Dr. Kishan tandon kranti
पछतावे की अग्नि
पछतावे की अग्नि
Neelam Sharma
मैं
मैं "लूनी" नही जो "रवि" का ताप न सह पाऊं
ruby kumari
तारीफों में इतने मगरूर हो गए थे
तारीफों में इतने मगरूर हो गए थे
कवि दीपक बवेजा
शब्द
शब्द
Dr. Mahesh Kumawat
मैं जाटव हूं और अपने समाज और जाटवो का समर्थक हूं किसी अन्य स
मैं जाटव हूं और अपने समाज और जाटवो का समर्थक हूं किसी अन्य स
शेखर सिंह
कांटों के संग जीना सीखो 🙏
कांटों के संग जीना सीखो 🙏
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
विकल्प///स्वतन्त्र कुमार
विकल्प///स्वतन्त्र कुमार
स्वतंत्र ललिता मन्नू
आजादी (स्वतंत्रता दिवस पर विशेष)
आजादी (स्वतंत्रता दिवस पर विशेष)
पंकज कुमार कर्ण
उल्फत अय्यार होता है कभी कबार
उल्फत अय्यार होता है कभी कबार
Vansh Agarwal
हम तुम्हें लिखना
हम तुम्हें लिखना
Dr fauzia Naseem shad
सुंदरता हर चीज में होती है बस देखने वाले की नजर अच्छी होनी च
सुंदरता हर चीज में होती है बस देखने वाले की नजर अच्छी होनी च
Neerja Sharma
7. *मातृ-दिवस * स्व. माँ को समर्पित
7. *मातृ-दिवस * स्व. माँ को समर्पित
Dr .Shweta sood 'Madhu'
Good Night
Good Night
*प्रणय प्रभात*
ग़ज़ल
ग़ज़ल
ईश्वर दयाल गोस्वामी
बदलती फितरत
बदलती फितरत
Sûrëkhâ
There is nothing wrong with slowness. All around you in natu
There is nothing wrong with slowness. All around you in natu
पूर्वार्थ
कुदरत ने क्या ख़ूब करिश्मा दिखाया है,
कुदरत ने क्या ख़ूब करिश्मा दिखाया है,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
अनकहा
अनकहा
Madhu Shah
कुण्डल / उड़ियाना छंद
कुण्डल / उड़ियाना छंद
Subhash Singhai
विचार
विचार
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
Loading...