हर जुमले में तेरा ज़िक्र था
हर जुमले में तेरा ज़िक्र था
हर बात में निकली तेरी बात
फ़ासलों की दूरियां सिमट गई
महसूस किया तुझे इतना पास
चित्रा बिष्ट
हर जुमले में तेरा ज़िक्र था
हर बात में निकली तेरी बात
फ़ासलों की दूरियां सिमट गई
महसूस किया तुझे इतना पास
चित्रा बिष्ट