हर किसी का कर्ज़ चुकता हो गया
हर किसी का कर्ज़ चुकता हो गया
जिंदगी का खत्म किस्सा हो गया✍️
अब रुकें भी क्या हम अपने शहर में
आप से भी अब तो मिलना हो गया✍️
वह जो सच्चाई के दावे करता था
आज वादा उसका झूठा हो गया✍️
हो रही हैं इस तरह की आमदें
मुफ़लिसी का वक्त पूरा हो गया✍️