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25 Apr 2024 · 1 min read

हर किसी का कर्ज़ चुकता हो गया

हर किसी का कर्ज़ चुकता हो गया
जिंदगी का खत्म किस्सा हो गया✍️
अब रुकें भी क्या हम अपने शहर में
आप से भी अब तो मिलना हो गया✍️
वह जो सच्चाई के दावे करता था
आज वादा उसका झूठा हो गया✍️
हो रही हैं इस तरह की आमदें
मुफ़लिसी का वक्त पूरा हो गया✍️

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