हर एक शख्स से उम्मीद रखता है
हर एक शख्स से उम्मीद रखता है
पेड़ों के भरोसे क्यों नीड़ रखता है
हवाओं के रुख की खबर किसको
तू शेर के पांव में जंजीर रखता है !!
कवि दीपक सरल
हर एक शख्स से उम्मीद रखता है
पेड़ों के भरोसे क्यों नीड़ रखता है
हवाओं के रुख की खबर किसको
तू शेर के पांव में जंजीर रखता है !!
कवि दीपक सरल