हरि नाम
जगत में हरि नाम है प्यारा
नाम लेत प्राणी तर जावे।।।।
होत न कोई सहारा
जगत में हरि नाम है प्यारा।।।।।।
जो नाम लेते है हरिका
जो न होत दुवारा।।।।
करम करे ऐसा जग जो
कष्ट न होवे तारा।।।।।।
जगत में हरि नाम है प्यारा। ।।।।।।।।
सुमिरे जो कोई नाम तुम्हारा
कृपा सिन्धु होते उपकारी। ।
लीला है लीला धर की न्यारी
देख रहा है जग तारा।।।।
जगत में हरि नाम है प्यारा। ।।।।।।।।।।।
कर कृपा हम पे भगवन तुम
तरे उन्हे हमे भी तारो। ।
नाथ हमारे तुम हो प्यारे
जगत मे कर दे उजियारा। ।।।
जगत मे हरि नाम है प्यारा।।।।।।।।।।।
कहत सुरजीत सुनो संतो
रट ले नाम दुवारा। ।
हरि नाम बिन पार होवे
चाहे डूब जाये जग सारा।।।।।।
जगत मेें हरि नाम है प्यारा। ।।।।।।।।।