हम सब को अवसर मिला,रखें शहर को स्वच्छ।
हम-सब को अवसर मिला,रखे शहर को स्वच्छ ।
दूर करें सब गन्दगी, यही पाजटिव पक्छ ।
यही पॉजटिव पक्छ , स्वच्छता से हो यारी।
रोग आदि हो दूर,प्रफुल्लित सब नरनारी।
कह प्रवीण कवि राय,स्वच्छ रखिये जनजन को।
रखें शहर का मान, मिला अवसर हम -सब को।
डा. प्रवीण कुमार श्रीवास्तव .