Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
6 Mar 2023 · 1 min read

हम बच्चों की आई होली

मीठी मीठी गुझियावाली,हम बच्चों की आई होली।
मस्ती के बारात सजाए,संग लिए खुशियों की डोली।

जल्दी उठकर सुबह सवेरे, गली मुहल्ला करते फेरे,
खटकाते सबके दरवाजे़,आओ चंपा आओ मोली।

पानी लेकर मुन्ना आया,संग रंग का डब्बा लाया,
सीता ने गीता रानी के,पूरे मुँह पर मल दी रोली।

चुन्नू ने मुन्नू को पकड़ा, ऐसा रंग लगाया तगड़ा,
भींगा कुर्ता अमन रमन का,और प्रिया की लँहगा चोली।

गुब्बारे में पानी भरकर,अंजाने पर भी दे मारे,
छोटी-छोटी पिचकारी है,मगर बड़ी है अपनी टोली।

रंग-बिरंगे वस्त्र सभी के, थोड़े गीले,थोड़े सूखे,
रंगों की पुड़िया हाथों में.लेकर संग चले हमजोली।

रूप-अनोखा अजब-गजब है, एक तरह के दिखते सब है,
नीले-पीले-लाल-गुलाबी,सजी हुई तन पर रंगोली।

करें शरारत धूम मचाये,मटक-मटक कर नाच दिखाये,
मौज मस्ती से भरी हुई है,अल्हड़-जैसी हँसी-ठिठोली।

ज़ोर-ज़ोर से हँसते गाते, रंग उड़ाते गले लगाते,
निर्मल मन में रंग घोलकर,भर देते हैं सुख से झोली।

पूरे दिन हुडदंग मचाते,जाने कितनी बार नहाते,
मगर पिता जी गुस्सा भूले, देख हमारी सूरत भोली।

गुझिया,चूरमा,रसमलाई, तरह-तरह की बनी मिठाई,
आओ सब मिलजुल कर खाओ, बड़े प्यार से मम्मी बोली।
-लक्ष्मी सिंह
नई दिल्ली

273 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from लक्ष्मी सिंह
View all
You may also like:
मोक्ष
मोक्ष
लक्ष्मी वर्मा प्रतीक्षा
2752. *पूर्णिका*
2752. *पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
तुम यादों में रहो
तुम यादों में रहो
पूर्वार्थ
* बढ़ेंगे हर कदम *
* बढ़ेंगे हर कदम *
surenderpal vaidya
जिस समय से हमारा मन,
जिस समय से हमारा मन,
नेताम आर सी
आदमी और मच्छर
आदमी और मच्छर
Kanchan Khanna
रिश्तों का सच
रिश्तों का सच
भवानी सिंह धानका 'भूधर'
खतावर हूँ तो मेरी खता ही बता दे
खतावर हूँ तो मेरी खता ही बता दे
VINOD CHAUHAN
चलना तुमने सिखाया ,रोना और हंसना भी सिखाना तुमने।
चलना तुमने सिखाया ,रोना और हंसना भी सिखाना तुमने।
SUNIL kumar
बहके जो कोई तो संभाल लेना
बहके जो कोई तो संभाल लेना
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
ईमेल आपके मस्तिष्क की लिंक है और उस मोबाइल की हिस्ट्री आपके
ईमेल आपके मस्तिष्क की लिंक है और उस मोबाइल की हिस्ट्री आपके
Rj Anand Prajapati
🙅सोचिए ना जी🙅
🙅सोचिए ना जी🙅
*प्रणय*
" दाग "
Dr. Kishan tandon kranti
प्रेम महज
प्रेम महज
हिमांशु Kulshrestha
गुस्सा  क़ाबू  जो  कर  नहीं  पाये,
गुस्सा क़ाबू जो कर नहीं पाये,
Dr fauzia Naseem shad
ज़िंदगी  ने  अब  मुस्कुराना  छोड़  दिया  है
ज़िंदगी ने अब मुस्कुराना छोड़ दिया है
Bhupendra Rawat
दिल तो बदल जाता है पलभर में
दिल तो बदल जाता है पलभर में
gurudeenverma198
छप्पन भोग
छप्पन भोग
विनोद वर्मा ‘दुर्गेश’
अभी भी जारी है जंग ज़िंदगी से दोस्तों,
अभी भी जारी है जंग ज़िंदगी से दोस्तों,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
डॉ अरुण कुमार शास्त्री - एक अबोध बालक
डॉ अरुण कुमार शास्त्री - एक अबोध बालक
DR ARUN KUMAR SHASTRI
तुम्हीं रस्ता तुम्हीं मंज़िल
तुम्हीं रस्ता तुम्हीं मंज़िल
Monika Arora
ग़ज़ल
ग़ज़ल
Mahendra Narayan
आरम्भ
आरम्भ
Neeraj Agarwal
" मेरा भरोसा है तूं "
Dr Meenu Poonia
*समझो बैंक का खाता (मुक्तक)*
*समझो बैंक का खाता (मुक्तक)*
Ravi Prakash
बुगुन लियोसिचला Bugun leosichla
बुगुन लियोसिचला Bugun leosichla
Mohan Pandey
मारे ऊँची धाक,कहे मैं पंडित ऊँँचा
मारे ऊँची धाक,कहे मैं पंडित ऊँँचा
Pt. Brajesh Kumar Nayak / पं बृजेश कुमार नायक
जीवन का आत्मबोध...
जीवन का आत्मबोध...
ओंकार मिश्र
तुम्हारा जिक्र
तुम्हारा जिक्र
दीपक नील पदम् { Deepak Kumar Srivastava "Neel Padam" }
एक तूही ममतामई
एक तूही ममतामई
Basant Bhagawan Roy
Loading...