Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
9 Feb 2024 · 1 min read

हम दुनिया के सभी मच्छरों को तो नहीं मार सकते है तो क्यों न ह

हम दुनिया के सभी मच्छरों को तो नहीं मार सकते है तो क्यों न हम खुद मच्छरदानी लगाकर सो जाए दुनिया को नहीं बदल सकते है तो क्या खुद को तो बदल सकते है न।
RJ Anand Prajapati

240 Views

You may also like these posts

गम और खुशी।
गम और खुशी।
Taj Mohammad
जिंदगी में सिर्फ हम ,
जिंदगी में सिर्फ हम ,
Neeraj Agarwal
13 अधूरा
13 अधूरा
Kshma Urmila
आज का सच नही है
आज का सच नही है
Harinarayan Tanha
सत्य राम कहॉं से लाऊँ?
सत्य राम कहॉं से लाऊँ?
Pratibha Pandey
सत्य सनातन है
सत्य सनातन है
Rajesh Kumar Kaurav
Happy independence day
Happy independence day
Neeraj kumar Soni
आज
आज
*प्रणय*
*** सागर की लहरें....! ***
*** सागर की लहरें....! ***
VEDANTA PATEL
परिवार का एक मेंबर कांग्रेस में रहता है
परिवार का एक मेंबर कांग्रेस में रहता है
शेखर सिंह
What a wonderful night
What a wonderful night
VINOD CHAUHAN
बेवजह किसी पे मरता कौन है
बेवजह किसी पे मरता कौन है
Kumar lalit
आजाद है सभी इस जहांँ में ,
आजाद है सभी इस जहांँ में ,
Yogendra Chaturvedi
मुक्तामणि छंद एवं मुक्तामणि कुंडल
मुक्तामणि छंद एवं मुक्तामणि कुंडल
Subhash Singhai
समझ
समझ
Dinesh Kumar Gangwar
नया सपना
नया सपना
Kanchan Khanna
जो कर्म किए तूने उनसे घबराया है।
जो कर्म किए तूने उनसे घबराया है।
सत्य कुमार प्रेमी
"तब कोई बात है"
Dr. Kishan tandon kranti
4362.*पूर्णिका*
4362.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
नेता हुए श्रीराम
नेता हुए श्रीराम
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
मन पर मन को मन से मिलाना आसान होगा
मन पर मन को मन से मिलाना आसान होगा
भरत कुमार सोलंकी
Not the people but the mind, Not the storm but the silence,
Not the people but the mind, Not the storm but the silence,
पूर्वार्थ
*वृक्ष लगाओ हर साल*
*वृक्ष लगाओ हर साल*
Krishna Manshi
ज़िंदगी जीना सीख जाते हैं ,
ज़िंदगी जीना सीख जाते हैं ,
Dr fauzia Naseem shad
सिंहपर्णी का फूल
सिंहपर्णी का फूल
singh kunwar sarvendra vikram
ग़ज़ल
ग़ज़ल
मिथलेश सिंह"मिलिंद"
फ़िक्र
फ़िक्र
Shyam Sundar Subramanian
घर पर ध्यान कैसे शुरू करें। ~ रविकेश झा
घर पर ध्यान कैसे शुरू करें। ~ रविकेश झा
Ravikesh Jha
रिश्तों की बेशक न हो, लम्बी-खड़ी कतार
रिश्तों की बेशक न हो, लम्बी-खड़ी कतार
RAMESH SHARMA
*आदत*
*आदत*
DR ARUN KUMAR SHASTRI
Loading...