हम तो बस कहते रहे, अपने दिल की बात।
हम तो बस कहते रहे, अपने दिल की बात।
समझते रहे लोग ये, घर घर के जज़्बात
कुछ ऐसे थे नासमझ, भूल गए वो रात
आया चंदा कह गया, बिगड़ गए हालात।।
सूर्यकांत
हम तो बस कहते रहे, अपने दिल की बात।
समझते रहे लोग ये, घर घर के जज़्बात
कुछ ऐसे थे नासमझ, भूल गए वो रात
आया चंदा कह गया, बिगड़ गए हालात।।
सूर्यकांत