हम जीतेंगे
हम जीतेंगे एक दिन सारा जहाँ हम जीतेंगे ,
पंखो में जान रख रे परिंदे ,
होंशलो की उड़ान भर रे परिंदे
हम जीतेंगे ,
हम जीतेंगे एक दिन
जीतेंगे
मुश्किल बड़ी , पथ में खड़ी
खतरा है हर पल , हर एक घड़ी
किसको पता है किसको खबर
कितना सरल है दुर्गम सफऱ
हम जीतेंगे ,
हम जीतेंगे एक दिन सारा जहाँ
हम जीतेंगे
बढ़ते कदम रुकने न देंगे
हिम्मत को अपनी झुकने न देंगे
जब तक मिलेगी न मंजिल अपनी
जलती शमा को बुझने न देंगे
हम जीतेंगे
हम जीतेंगे एक दिन सारा जहाँ
हम जीतेंगे
– पर्वत सिंह राजपूत “अधीराज”
ग्राम – सतपोन ,सीहोर