हम जब लोगों को नहीं देखेंगे जब उनकी नहीं सुनेंगे उनकी लेखनी
हम जब लोगों को नहीं देखेंगे जब उनकी नहीं सुनेंगे उनकी लेखनी को पढ़ना हमें गवारा नहीं तो हमको कैसे वे निशदिन निहारेंगे ??@परिमल
हम जब लोगों को नहीं देखेंगे जब उनकी नहीं सुनेंगे उनकी लेखनी को पढ़ना हमें गवारा नहीं तो हमको कैसे वे निशदिन निहारेंगे ??@परिमल