Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
16 Nov 2024 · 1 min read

हम खुद में घूमते रहे बाहर न आ सके

हम खुद में घूमते रहे बाहर न आ सके
दिल में तुम्हारे रहके भी तुमको न पा सके
हैं अब तलक वहीं खड़े छोड़ा जहाँ था हाथ
हम चाहकर भी देखिए आगे न जा सके
डॉ अर्चना गुप्ता

11 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Dr Archana Gupta
View all
You may also like:
मां! बस थ्हारौ आसरौ हैं
मां! बस थ्हारौ आसरौ हैं
जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया
आहिस्ता उतरते - उतरते,
आहिस्ता उतरते - उतरते,
ओसमणी साहू 'ओश'
*यह दुर्भाग्य गृहस्थी में प्रभु, कभी किसी के लाना मत (हिंदी
*यह दुर्भाग्य गृहस्थी में प्रभु, कभी किसी के लाना मत (हिंदी
Ravi Prakash
#प्रेरक_प्रसंग-
#प्रेरक_प्रसंग-
*प्रणय*
जिंदगी में कभी उदास मत होना दोस्त, पतझड़ के बाद बारिश ज़रूर आत
जिंदगी में कभी उदास मत होना दोस्त, पतझड़ के बाद बारिश ज़रूर आत
Pushpraj devhare
ईश्वर
ईश्वर
Shyam Sundar Subramanian
"चाह"
Dr. Kishan tandon kranti
कभी कभी कुछ प्रश्न भी, करते रहे कमाल।
कभी कभी कुछ प्रश्न भी, करते रहे कमाल।
Suryakant Dwivedi
" खुशी में डूब जाते हैं "
भगवती प्रसाद व्यास " नीरद "
राणा प्रताप
राणा प्रताप
Dr Archana Gupta
तुझे याद करता हूँ क्या तुम भी मुझे याद करती हो
तुझे याद करता हूँ क्या तुम भी मुझे याद करती हो
Rituraj shivem verma
मां - हरवंश हृदय
मां - हरवंश हृदय
हरवंश हृदय
गहरी हो बुनियादी जिसकी
गहरी हो बुनियादी जिसकी
कवि दीपक बवेजा
सुना हूं किसी के दबाव ने तेरे स्वभाव को बदल दिया
सुना हूं किसी के दबाव ने तेरे स्वभाव को बदल दिया
Keshav kishor Kumar
फूल
फूल
डॉ माधवी मिश्रा 'शुचि'
हम गलत को गलत नहीं कहते हैं
हम गलत को गलत नहीं कहते हैं
Sonam Puneet Dubey
*रिश्तों मे गहरी उलझन है*
*रिश्तों मे गहरी उलझन है*
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
हे देश मेरे
हे देश मेरे
Satish Srijan
मॉर्निंग वॉक
मॉर्निंग वॉक
दीपक नील पदम् { Deepak Kumar Srivastava "Neel Padam" }
47.....22 22 22 22 22 22
47.....22 22 22 22 22 22
sushil yadav
हर लम्हा
हर लम्हा
surenderpal vaidya
गुज़ारिश आसमां से है
गुज़ारिश आसमां से है
Sangeeta Beniwal
माँ
माँ
SHAMA PARVEEN
गुरु का महत्व एक शिष्य के जीवन में अनुपम होता है। हम चाहे कि
गुरु का महत्व एक शिष्य के जीवन में अनुपम होता है। हम चाहे कि
डॉ. उमेशचन्द्र सिरसवारी
बावन यही हैं वर्ण हमारे
बावन यही हैं वर्ण हमारे
Jatashankar Prajapati
अधर घटों पर जब करें,
अधर घटों पर जब करें,
sushil sarna
ख़ुदा करे ये क़यामत के दिन भी बड़े देर से गुजारे जाएं,
ख़ुदा करे ये क़यामत के दिन भी बड़े देर से गुजारे जाएं,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
ظاہر ہے اس سے دیکھئے عظمت رسول کی
ظاہر ہے اس سے دیکھئے عظمت رسول کی
अरशद रसूल बदायूंनी
तेवरी में करुणा का बीज-रूप +रमेशराज
तेवरी में करुणा का बीज-रूप +रमेशराज
कवि रमेशराज
23/165.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
23/165.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
Loading...