हम कोई भी कार्य करें
हम कोई भी कार्य करें
वह तब ही सही होगा
जब उसके सही होने की संभावना अधिक होगी।
अगर हम तब भी हार जाए।
या हम तब भी उस कार्य में विफल हो जाये।
तो समझ लेना की, अब हमारी महनत कम थी।
हम कोई भी कार्य करें
वह तब ही सही होगा
जब उसके सही होने की संभावना अधिक होगी।
अगर हम तब भी हार जाए।
या हम तब भी उस कार्य में विफल हो जाये।
तो समझ लेना की, अब हमारी महनत कम थी।