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12 Aug 2021 · 1 min read

हम कहां आजाद हुए हैं?

पहले गोरों ने सताया ,
अब काले भूत बनके खड़े है ।
आजाद कहां है हम ,
अब भी बंदिशों में बंधे है ।
घर के बाहर घूमता खौफनाक साया,
इसीलिए घर में कैद रहते हैं।
दिल में दहशत और जुबान पर पाबंदी ,
सोचो जरा!! एक बार ,
हम कहां आजाद हुए है!

Language: Hindi
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