तुम्हें हमेशा दुखों का इंतजार करना चाहिए/brijpal singh
तुन्हें हमेशा दुखों का इंतज़ार करना चाहिये क्योंकि दुख ही हैं जो हमें समय-समय पर सीख देते हैं और बहुत कुछ सिखा जाते हैं, सुख का क्या सुख तो पल भर का होता, कुछेक क्षण का। वैसे हरेक आदमी दुखी ही है अपितु क्या हम उसके लिए दिलोज़ान और मनोभाव से तैयार रहते हैं? नहीं! जबकि हमें इसके लिए हमेशा से पूर्व मनोस्तिथि बनानी चाहिये ताकि जब दुःख आए तो हम उसे सहन कर सको, उससे घबराने या हड़बड़ाने की जगह उसे सहजता से चुनौती मानकर उसे मस्ती से पार कर सको, मगर हम ऐसा नहीं करते क्योंकि हम खुद को, खुद के विचारों को अभी इस स्तर तक बढ़ा नहीं सके, जिस दिन जो आदमी ऐसे सोचने की क्षमता डेवलेप कर सकेगा उस दिन वो दुखों से दुखी नहीं हो सकता।
✍️Brijpal Singh