हमें नहीं भूलना चाहिए।
हमें नहीं भूलना चाहिए, कि सचिन तेंदुलकर बनने के लिए सचिन ने कितनी हज़ारों/लाखों दफ़े प्रैक्टिस की होगी। हमें नहीं भूलना चाहिए कि अम्बानी ने इस मुकाम तक पहुँचने के लिए कितनी मेहनत की होगी/कितने पापड़ पेले होंगे।
हमें ये भी याद रखना होगा कि बड़े-बड़े स्टार अमिताभ बच्चन, सलमान खान, शाहरुख, अक्षय कुमार, रणवीर सिंह को न जाने कितनी ही बार बस एक रोल मात्र के लिए कितनी मेहनत कितनी जुस्तजू/जद्दोजहद करनी पड़ी होगी।
रातोरात स्टार बनने की चाह/रातोरात मालामाल बनने की ख्वाइश तुम्हें तुमसे तुम्हारा आस्तित्व छीनेगी और कुछ नहीं। KBC में करोड़पति बनते देख तमको KBC खेलने का मन कर बैठता है, अच्छी बात है मगर ये मत भूलो KBC के हॉट सीट पर बैठने के लिए उसने 15 साल का इंतज़ार किया।
किसी के कुछ बन जाने से खुशी ठीक है अपितु उतावलापन ज्यादा ठीक नहीं (ये बात नौजवानों को खासकर) हम आज जो भी समाज में नया या बड़ा देखते हैं, चाहे वो कोई सिंगर हो, कोई एक्टर हो, कोई बड़ा समाजसेवी हो, कोई डांसर हो या कोई लेखक हो इन्हें देखकर आपके मन में अच्छे और पॉजिटिव खयाल आते हैं बेहतर है, मगर तुम उनकी तरह बनने की कोशिश बिल्कुल भी मत करो, क्योंकि उनका स्ट्रगल, उनका ट्रैक, उनकी परिस्थितियाँ तुमसे भिन्न थी और आज भी, अभी भी हैं।
ऐसा करने से तुम खुद को गर्दिश में ले जाने का सीधा रस्ता ढूंढ रहे हैं, तुम हरेक इंसान से ऑपिनियन/सजेशन लो चाहे वो तुम्हारे प्रिय टीचर हो प्रिय गुरु हों या कोई प्रिय विद्वान मगर सभी को सुनकर खुद को भी परखें, खुद से बात करें, क्या सही क्या गलत? और अंतिम निर्णय आपका अपना विवेकीय होना चाहिए।
ऐसा करने से तुम कभी मार नहीं खा सकते। तुमको ऐसा करने से या मंज़िल मिलेगी या तो सीख, सीख बहुत ज़रूरी है, तुम गलतियां करो मैं तो कहता हूँ खूब करो मगर गलतियाँ हर बार नई किस्म की होनी चाहिए, एक ही गलती अगर बार-बार आप करते हैं, तो उसका मतलब आप आगे बढ़ने की बजाय पीछे को बढ़ रहे हैं।
ऐसा हमेशा होता रहेगा, ये सतत प्रक्रिया है, लोग आएंगे, लोग जाएंगे। दोस्त बनेंगे दोस्त बिछड़ेंगे, सदियाँ आएंगी सादियाँ बीतेंगी। तुम बस सकारात्मकता की राह चलना और बस सीखते रहना, खुद के वास्ते निर्णय स्वयं का हो बस, चाहे कार्य कोई भी हो।
#ब्रह्मज्ञान -०२१ ज्ञानी
✍️Brij