हमें एक-दूसरे को परस्पर समझना होगा,
हमें एक-दूसरे को परस्पर समझना होगा,
एक-दूसरे की परिस्थितियों में ठहरना होगा,
खड़े एक-दूसरे के विश्वास पर उतरना होगा,
परस्पर एक-दूसरे का मान-सम्मान करना होगा,
ध्यान मान-मर्यादा का एक-दूसरे की रखना होगा,
सुंदर व्यवहार से दिल एक-दूसरे का जीतना होगा,
छोड़कर कलुषित जीवन हर्षोल्लास संग जीना होगा,
वैवाहिक जीवन की परंपराओं का निर्वाह करना होगा!
…. अजित कर्ण ✍️