हमारे गीत ये सुनकर
हमारे गीत ये सुनकर, हमसे कल दूर तुम होकर।
बहाना नहीं आँसू अपने, याद हमारी आने पर।।
हमारे गीत ये सुनकर—————————-।।
रूहानी था प्यार तुमसे, ना कोई शक था इसमें।
पवित्र दिल था अपना, ना कोई पाप था मन में।।
यही थी वह वजह कि, तुमको अपना मान लिया।
ना देना दोष तुम दिल को, किस्सा कभी यह सुनकर।।
हमारे गीत ये सुनकर—————————।।
सब कुछ खरीद सकते हैं, मोहब्बत बिकती नहीं है।
चाहिए प्यार तेरा हमको, दौलत तुमसे मांगी नहीं है।।
तुमको अहम क्यों है सूरत पे, तुमको वहम क्यों हम पर है।
करना नहीं तुम अफसोस, आवाज़ कहीं यह सुनकर।।
हमारे गीत ये सुनकर—————————-।।
मांगी है हमने खुशियां, तुम्हारे लिए परवर से।
दीप हमने जलाये हैं, रखने को दूर बुरी नजर से।।
बहके हो तुम झूठे वादों में, करके तुम प्यार किसी से।
मत रोना प्यार में लुटकर, प्रीत हमारी यह सुनकर।।
हमारे गीत ये सुनकर—————————-।।
शिक्षक एवं साहित्यकार
गुरुदीन वर्मा उर्फ़ जी.आज़ाद
तहसील एवं जिला-बारां(राजस्थान)