हमारे ख्यालों पर
हमारे ख्यालों पर
कविताएँ मरहम लगाती हैं।
किसी की याद में
कोई और धुंधला पड़
दम न तोड़ दे-
कविताएँ किसी खोते व्यक्ति को
समेट
सभ्यता की उम्र बढ़ाती हैं।।
हमारे ख्यालों पर
कविताएँ मरहम लगाती हैं।
किसी की याद में
कोई और धुंधला पड़
दम न तोड़ दे-
कविताएँ किसी खोते व्यक्ति को
समेट
सभ्यता की उम्र बढ़ाती हैं।।