हमारी हिन्दी ऊँच-नीच का भेदभाव नहीं करती.,
हमारी हिन्दी ऊँच-नीच का भेदभाव नहीं करती.,
और ना ही इसमें कैपिटल या स्मॉल लेटर होता.।
सब बराबर होते हैं..।
एक ख़ास बात, आधे अक्षर को सहारा देने के लिए, पूरा अक्षर सदैव तत्पर रहता है ।
❤️आप सभी को हिन्दी दिवस की शुभकामनायें।❤️
✍️ ~SPK Sachin Lodhi