Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
3 Aug 2021 · 2 min read

हमारी जादुई नगरी में हर समस्या का समाधान है- आनंदश्री

हमारी जादुई नगरी में हर समस्या का समाधान है- आनंदश्री

– हर समस्या के दस से ज्यादा हल होते हैं, बस आपको एक ही हल ढूंढना है

– आपके समस्या है तो आपको शुभकामाएं, क्योंकि जिंदा आदमी के पास ही समस्या रहती है।

यह पृथ्वी एक जादुई नगरी है। यंहा पर जो जैसा जैसा सोचता हैं, उसके विचारों के अनुरूप वैसा वैसा मिल रहा है। सब कुछ एक सिस्टम से हो रहा है। बाधा है तो हमारे ही अपेक्षा, अनुमान कभी कभी तक हम खुद ही बाधा बन जाते है। हम खुद ही बाधा बन रहे है। जाने अनजाने में बेहोशी से ही गलत प्रार्थना निकल जाती है, जो बाद में वास्तविक बन जाते है।

समस्या अक्सर असाधारण हल के साथ आती है।
समस्या में समस्या नही है। समस्या के भी नियम होते है वह बिना हल या उत्तर के साथ नही आते। समस्या को समस्या मानना समस्या है। जैसे जैसे इंसान की समझ बढ़ती है फिर वह समस्या के पीछे के सिद्धि को जानने लगता है। जब वह उस सिद्धि को पा लेता है तो समाज और संसार में वह पुरस्कृत होने लगता है। समस्या अवसर का ही एक रूप होता है। अवसर कभी भी अवसर बनकर नही बल्कि आपके सामने एक समस्या के रुप में आती है।

हर समस्या को हल करने की बीसियों उपाय है

समस्या आ गयी है, अब क्या करें? तो याद रखिये हर समस्या को हल करने के बीसियों रास्ते होते हैं। बस आपको एक रास्ता ढूंढना है। यही एक रास्ता आपको नई पहचान बनाएगा , नई राह बताएगा।

सकारात्मकता कब साथ समस्या को हल करें। जिस समस्या का हल नही फिर वह समस्या नही बल्कि हमारे जीवन का डिफॉल्ट लाईफ कहलाता है।

समस्या आये तो बस धन्यवाद दीजिये। सम्मान और शांति से उसे लीजिये। स्वीकार कीजिये। पूरे होश और जोश तन्मयता के साथ समस्या को सुलझाने में लग जाईये।

प्रो डॉ दिनेश गुप्ता- आनंदश्री
अध्यात्मिक व्याख्याता एवं माइन्डसेट गुरु
मुम्बई
8007179747

Language: Hindi
Tag: लेख
370 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
उलफ़त को लगे आग, गिरे इश्क पे बिजली
उलफ़त को लगे आग, गिरे इश्क पे बिजली
पूर्वार्थ
"सुप्रभात"
Yogendra Chaturwedi
बुझ दिल नसे काटते है ,बहादुर नही ,
बुझ दिल नसे काटते है ,बहादुर नही ,
Neelofar Khan
समन्वय
समन्वय
DR ARUN KUMAR SHASTRI
नशा तेरी
नशा तेरी
हिमांशु Kulshrestha
कुंडलिया
कुंडलिया
Sarla Sarla Singh "Snigdha "
नश्वर संसार
नश्वर संसार
Shyam Sundar Subramanian
धन्यवाद के शब्द कहूँ ये कम है।
धन्यवाद के शब्द कहूँ ये कम है।
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
संवेदना
संवेदना
नेताम आर सी
1222   1222   1222   1222
1222 1222 1222 1222
Johnny Ahmed 'क़ैस'
ৰাতিপুৱাৰ পৰা
ৰাতিপুৱাৰ পৰা
Otteri Selvakumar
"कटेंगे तो प्रसाद में बटेंगे,
*प्रणय*
पावस
पावस
लक्ष्मी सिंह
"प्यासा" "के गजल"
Vijay kumar Pandey
गीत गाता है बचपन,
गीत गाता है बचपन,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
" कौन मनायेगा बॉक्स ऑफिस पर दिवाली -फ़िल्मी लेख " ( भूल भूलेया 3 Vs सिंघम अगेन )
डॉक्टर वासिफ़ काज़ी
എന്റെ കണ്ണൻ
എന്റെ കണ്ണൻ
Heera S
यदि चाहो मधुरस रिश्तों में
यदि चाहो मधुरस रिश्तों में
संजीव शुक्ल 'सचिन'
सत्य से विलग न ईश्वर है
सत्य से विलग न ईश्वर है
Udaya Narayan Singh
" मेहबूब "
Dr. Kishan tandon kranti
शराब का इतिहास
शराब का इतिहास
कवि आलम सिंह गुर्जर
3908.💐 *पूर्णिका* 💐
3908.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
रूप मधुर ऋतुराज का, अंग माधवी - गंध।
रूप मधुर ऋतुराज का, अंग माधवी - गंध।
डॉ.सीमा अग्रवाल
कृति : माँ तेरी बातें सुन....!
कृति : माँ तेरी बातें सुन....!
VEDANTA PATEL
ग़ज़ल सगीर
ग़ज़ल सगीर
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
अल्फाज़.......दिल के
अल्फाज़.......दिल के
Neeraj Agarwal
उस झरोखे को बंद करें, जो आपको पीड़ा देता है, बाहर का दृश्य च
उस झरोखे को बंद करें, जो आपको पीड़ा देता है, बाहर का दृश्य च
इशरत हिदायत ख़ान
*आदरणीय श्री रम्मन मामा जी*
*आदरणीय श्री रम्मन मामा जी*
Ravi Prakash
मुद्दा
मुद्दा
Paras Mishra
मेरी कलम से…
मेरी कलम से…
Anand Kumar
Loading...