Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
17 Jun 2022 · 1 min read

हमारा तन

मुक्तक
🦚
*******
छिपा जिसमें हुआ ये मन, लगे वह तन हमारा है ,
समझ अपना इसे हमने सजाया है सँवारा है ,
समय के साथ ही कितने बदलता रूप ये अपने,
नहीं चल पा सकेगा एक दिन ये बिन सहारा है ।
🌹
महेश जैन ‘ज्योति,
मथुरा !
***
🪷🪷🪷

209 Views
Books from Mahesh Jain 'Jyoti'
View all

You may also like these posts

कहमुकरी
कहमुकरी
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
#मुक्तक
#मुक्तक
*प्रणय*
शिव शंभू भोला भंडारी !
शिव शंभू भोला भंडारी !
Bodhisatva kastooriya
जबले जान रही ये जान (युगल गीत)
जबले जान रही ये जान (युगल गीत)
आकाश महेशपुरी
बारिश में संग मेरे भीग जाया करो
बारिश में संग मेरे भीग जाया करो
Jyoti Roshni
4398.*पूर्णिका*
4398.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
जिंदगी! क्या कहूँ तुझे
जिंदगी! क्या कहूँ तुझे
जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया
ज़िन्दगी के सफर में राहों का मिलना निरंतर,
ज़िन्दगी के सफर में राहों का मिलना निरंतर,
Sahil Ahmad
ये तुम्हें क्या हो गया है.......!!!!
ये तुम्हें क्या हो गया है.......!!!!
shabina. Naaz
स्पर्श
स्पर्श
Kanchan Alok Malu
नीला ग्रह है बहुत ही खास
नीला ग्रह है बहुत ही खास
Buddha Prakash
कभी तो देखने आओ जहाँ हर बार लगता है
कभी तो देखने आओ जहाँ हर बार लगता है
अंसार एटवी
" खास "
Dr. Kishan tandon kranti
पुलवामा अटैक
पुलवामा अटैक
लक्ष्मी सिंह
*पुस्तक समीक्षा*
*पुस्तक समीक्षा*
Ravi Prakash
अगर हो तुम
अगर हो तुम
शिवम राव मणि
दुर्गा भाभी
दुर्गा भाभी
Dr.Pratibha Prakash
बैठ गए
बैठ गए
विजय कुमार नामदेव
वाह क्या खूब है मौहब्बत में अदाकारी तेरी।
वाह क्या खूब है मौहब्बत में अदाकारी तेरी।
Phool gufran
लड़ाई में भी परम शांति, निहित है,
लड़ाई में भी परम शांति, निहित है,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
ऊँचाई .....
ऊँचाई .....
sushil sarna
ज़ब घिरा हों हृदय वेदना के अथाह समुन्द्र से
ज़ब घिरा हों हृदय वेदना के अथाह समुन्द्र से
पूर्वार्थ
शिक्षक है  जो  ज्ञान -दीप  से  तम  को  दूर  करे
शिक्षक है जो ज्ञान -दीप से तम को दूर करे
Anil Mishra Prahari
जोड़ना क्या,छोड़ना क्या
जोड़ना क्या,छोड़ना क्या
Shweta Soni
बात
बात
Shriyansh Gupta
ऑंधियों का दौर
ऑंधियों का दौर
हिमांशु बडोनी (दयानिधि)
सावन
सावन
Neha
ठंडा मौसम अब आ गया
ठंडा मौसम अब आ गया
Ram Krishan Rastogi
फर्ज मां -बाप के याद रखना सदा।
फर्ज मां -बाप के याद रखना सदा।
Namita Gupta
केशव
केशव
Shashi Mahajan
Loading...