हमसफ़र
बचा जिंदगी का जो भी सफर है इसे साथ मिलकर तय करना पड़ेगा।
मेरे देव राहों मे थके जो कदम तो तुम्हे पहले मुझको पकड़ना पड़ेगा।
तुम्हारी खुशी होगी मेरी खुशी अब,
तुम्हारी खुशी से मिले चैन मुझको,
तेरे साए में होगा जीवन सुखिअब,
हर पल निहारे मेरे नैन तुमको,
मेरे सारे सपनों को वक्त रहते तुमको,मेरे देव साकार करना पड़ेगा।
मेरी आरज़ू थी कि पथ में तुम्हारें मै सारे जहां की खुशियाँ बिछा दूं।
सफलता के पथ में हों जो कांटे तुम्हारे,उन्हें खुद चुभा लूं औ कलियाँ बिछा दूं।
मगर शर्त इतनी जो हो दर्द मुझको मेरे देव तुमको सिसकना पड़ेगा।
चलते सफर में पथ में जो भी आएं सारे सुख-दुख मेरे देव मिलकर उन्हें बांट लेंगे।अगर सुख सभी कर गए जो किनारा तो मिलकर मेरे देव गम बांट लेंगे।
रेखा बुलन्दियों के सब सितारे यूँही साथ मिलकरके हम बांट लेंगे।
साँसों की धड़कन बचिं देव जो भी उन्ही के सहारे सफर काट लेंगे।
रुके साँस रेखा की तो देव तुमको नब्ज बनके हद तक धड़कना पड़ेगा।
रेखा रानी