Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
28 Nov 2024 · 1 min read

हमर महतारी भाखा छत्तीसगढ़ी ए…

हमर महतारी भाखा छत्तीसगढ़ी ए…

कउन कथे अंगठा छाप हे,
कउन कथे के अढ़ही ए ।
अबड़ मयारू दुलौरिन बेटी,
हमर महतारी भाखा छत्तीसगढ़ी ए ।।

दक्षिण कोसल में उपजिस बाढ़ीस,
उत्ती म हरियाइस ।
महानदी बेसिन संग तरगे,
केदरी बन मुस्काइस ।।।
जकला आंय जउन कथंय के,
ये हर तो अनपढ़ी ए ।।।।
अबड़ मयारू दुलौरिन बेटी,
हमर महतारी भाखा छत्तीसगढ़ी ए ….

आनी-बानी बोली संग मिलके,
कतको सहनइन बनाइस ।
हिंदी के माथा म टीकली लगाके,
संगीत-साहित्य संभराइस ।।
सिया-राम-लखन के साखी,
हरचौरा-सीतामढ़ी ए ।।।
अबड़ मयारू दुलौरिन बेटी,
हमर महतारी भाखा छत्तीसगढ़ी ए ….

जब ले राज भासा के दरजा पाइस,
करत सरलग विकास हे ।
किसम-किसम के शोध होवत हे,
अब देथय तक दरखास हे ।।
सरकारी चिठ्ठी-पत्री के संग,
होवत लिखा-पढ़ी हे ।।।
अबड़ मयारू दुलौरिन बेटी,
हमर महतारी भाखा छत्तीसगढ़ी ए ….

हम रिनहा के धन -दोगानी,
हमर मनोरथ के कहिनी ए ।
गोंड़ी, हल्बी, सरगुजिहा,
बस्तरिहा, कुडुख सबो के बहिनी ए ।।
कइ ठन बोली के रंग-संग मिले हे,
इन्द्रधनुसी रंगचढ़ी ए ।।।।
अबड़ मयारू दुलौरिन बेटी,
हमर महतारी भाखा छत्तीसगढ़ी ए ….

Language: Chhattisgarhi
12 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.

You may also like these posts

सुनो पहाड़ की.....!!! (भाग - ४)
सुनो पहाड़ की.....!!! (भाग - ४)
Kanchan Khanna
लौटकर आओगे जब...
लौटकर आओगे जब...
श्रीहर्ष आचार्य
*कागज पर जिंदगी*
*कागज पर जिंदगी*
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
मायके से दुआ लीजिए
मायके से दुआ लीजिए
Harminder Kaur
खूबसूरत धरा बना देंगे
खूबसूरत धरा बना देंगे
Dr Archana Gupta
सनातन धर्म।
सनातन धर्म।
Priya princess panwar
मैं अकेला नही हूँ ।
मैं अकेला नही हूँ ।
Ashwini sharma
आजकल ईश्वर ,ठीक मेरे बगल में सोता है...
आजकल ईश्वर ,ठीक मेरे बगल में सोता है...
पूर्वार्थ
दोहा
दोहा
sushil sarna
इतना कहते हुए कर डाली हद अदाओं की।
इतना कहते हुए कर डाली हद अदाओं की।
*प्रणय*
मन का द्वंद  कहां तक टालू
मन का द्वंद कहां तक टालू
Shubham Pandey (S P)
चार कंधों की जरूरत
चार कंधों की जरूरत
Ram Krishan Rastogi
माँ मुझे जवान कर तू बूढ़ी हो गयी....
माँ मुझे जवान कर तू बूढ़ी हो गयी....
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
*करो योग-व्यायाम, दाल-रोटी नित खाओ (कुंडलिया)*
*करो योग-व्यायाम, दाल-रोटी नित खाओ (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
* शक्ति स्वरूपा *
* शक्ति स्वरूपा *
surenderpal vaidya
हमेशा गिरगिट माहौल देखकर रंग बदलता है
हमेशा गिरगिट माहौल देखकर रंग बदलता है
शेखर सिंह
पुण्य पताका फहरे
पुण्य पताका फहरे
Santosh kumar Miri
ਐਵੇਂ ਆਸ ਲਗਾਈ ਬੈਠੇ ਹਾਂ
ਐਵੇਂ ਆਸ ਲਗਾਈ ਬੈਠੇ ਹਾਂ
Surinder blackpen
छंद
छंद
Avneesh Trivedi
23/113.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
23/113.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
दोनों मुकर जाएं
दोनों मुकर जाएं
अरशद रसूल बदायूंनी
मेरी सूरत हो
मेरी सूरत हो
Sumangal Singh Sikarwar
हममें आ जायेंगी बंदिशे
हममें आ जायेंगी बंदिशे
Pratibha Pandey
"गंगा माँ बड़ी पावनी"
Ekta chitrangini
"अभाव"
Dr. Kishan tandon kranti
सियासत नहीं रही अब शरीफों का काम ।
सियासत नहीं रही अब शरीफों का काम ।
ओनिका सेतिया 'अनु '
बुद्ध में कुछ बात तो है!
बुद्ध में कुछ बात तो है!
Shekhar Chandra Mitra
हाथ जिनकी तरफ बढ़ाते हैं
हाथ जिनकी तरफ बढ़ाते हैं
Phool gufran
समय के आ मुसीबत के...
समय के आ मुसीबत के...
आकाश महेशपुरी
अस्तित्व पर अपने अधिकार
अस्तित्व पर अपने अधिकार
Dr fauzia Naseem shad
Loading...