“ हमर जन्म दिन मे आन लोक हमरा जगबैत छथि “
( व्यंग्यात्मक विचार )
डॉ लक्ष्मण झा “ परिमल “
============================
हमर विजय पताखा फेसबुक क वक्षस्थल पर निरंतर फहरि रहल अछि ! हम कियाक नहि पाताल लोक मे कुम्भकरणक चिरस्थायी निंद्रा मे लिप्त रहि ! सुतले -सुतले दसों – दिशा क लोक केँ अपन मित्र बना लेने छी ! हमरा अपन पोरुषता पर गर्व अछि ! हम किनको सं संवाद स्थापित किया करब ? कियो श्रेष्ठ छथि त छथि ! वो सब आब मित्रक सूची मे आबि गेलाह ! जखन हुंकालोकनिक कोनों चिंता नहि तखन समतुल्य या कनिष्ठ लोकनि केँ के पुछैत अछि ?
हम दिन राति सुतबा मे व्यस्त रहैत छी तखन के की अभिनय करैत छथि तकर अनुमान हम कोना लगा सकैत छी ? हमरा त इ बुझलो नहि रहैत अछि जे हमर जन्म कहिया भेल ! मुदा हम गूगल देवता क आजन्म आभारी रहब ! सब लोक बिसरि जायत परंच गूगल देवता ब्रम्हमुहूर्त मे उठि केँ हमर समस्त मित्र मंडली केँ समाद पठा देत छथि “ Today is birthday of Lakshman Jha . Write something on his timeline “
धड़ाधड़ जन्म दिनक शुभकामना आ बधाई सब लोग पठबय छथि ! ओना हमरा नींद सं बड़ सिनेह ! की करू इएह लोकनि छथि जे हमरा जन्म दिन मे जगा दैत छथि ! आबय दिओंन आशीर्वाद ,बधाई आ शुभकामना !
हमरा धन्यवाद ,आभार ,प्रणाम आ मधुर टिप्पणी सं प्रतिउतर देब अबिते नहि अछि ! सहस्त्र लोकनि हमरा कोनों भाषा मे लिखथू हम Thanks all लिखी पुनः सूति जाइत छी ! कुंभकरण छः मास सुतैत छल हम त एक वरख धरि सुतल रहब आ पुनः दोसर वरख अपन जन्म दिन मे फुरफुरा केँ उठि जायब आ पुनः Thanks all कहि सूति जायब !
==============
डॉ लक्ष्मण झा “ परिमल “
साउन्ड हेल्थ क्लिनिक
एस 0 पी 0 कॉलेज रोड
दुमका