Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
2 Jun 2022 · 1 min read

हमने खुद को

कुछ कमी हममें रह गई होगी।
हमनें खुद को बदलते देखा है ।।

डाॅ फौज़िया नसीम शाद

Language: Hindi
Tag: शेर
8 Likes · 190 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Dr fauzia Naseem shad
View all

You may also like these posts

मेरा वतन
मेरा वतन
Pushpa Tiwari
धनुष वर्ण पिरामिड
धनुष वर्ण पिरामिड
Rambali Mishra
गर समझते हो अपने स्वदेश को अपना घर
गर समझते हो अपने स्वदेश को अपना घर
ओनिका सेतिया 'अनु '
आई सी यू
आई सी यू
Shyam Vashishtha 'शाहिद'
16, खुश रहना चाहिए
16, खुश रहना चाहिए
Dr .Shweta sood 'Madhu'
शिक्षक दिवस
शिक्षक दिवस
पूर्वार्थ
सोरठौ
सोरठौ
जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया
भ्रम
भ्रम
Dr.Priya Soni Khare
सजन हमने  लगाई है तुम्हारे  नाम की मेंहदी
सजन हमने लगाई है तुम्हारे नाम की मेंहदी
Dr Archana Gupta
बस यूँ ही
बस यूँ ही
Neelam Sharma
*कविवर श्री हिमांशु श्रोत्रिय निष्पक्ष (कुंडलिया)*
*कविवर श्री हिमांशु श्रोत्रिय निष्पक्ष (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
पास आना तो बहाना था
पास आना तो बहाना था
भरत कुमार सोलंकी
धुप मे चलने और जलने का मज़ाक की कुछ अलग है क्योंकि छाव देखते
धुप मे चलने और जलने का मज़ाक की कुछ अलग है क्योंकि छाव देखते
Ranjeet kumar patre
दादाजी ने कहा था
दादाजी ने कहा था
Shashi Mahajan
तेवरी’ का शिल्प ग़ज़ल का है ‘ + देवकीनन्दन ‘शांत’
तेवरी’ का शिल्प ग़ज़ल का है ‘ + देवकीनन्दन ‘शांत’
कवि रमेशराज
- बीबी के पल्लू से झूल गए मां बाप को भूल गए -
- बीबी के पल्लू से झूल गए मां बाप को भूल गए -
bharat gehlot
ग़ज़ल - ज़िंदगी इक फ़िल्म है -संदीप ठाकुर
ग़ज़ल - ज़िंदगी इक फ़िल्म है -संदीप ठाकुर
Sandeep Thakur
रिश्ते
रिश्ते
Sanjay ' शून्य'
16. आग
16. आग
Rajeev Dutta
*मनः संवाद----*
*मनः संवाद----*
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
नववर्ष सुस्वागतम्
नववर्ष सुस्वागतम्
Jeewan Singh 'जीवनसवारो'
दोहा- छवि
दोहा- छवि
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
वक्त के साथ लड़कों से धीरे धीरे छूटता गया,
वक्त के साथ लड़कों से धीरे धीरे छूटता गया,
ब्रजनंदन कुमार 'विमल'
मन की आंखें
मन की आंखें
Mahender Singh
..
..
*प्रणय*
"सम्भावना"
Dr. Kishan tandon kranti
कभी ना होना तू निराश, कभी ना होना तू उदास
कभी ना होना तू निराश, कभी ना होना तू उदास
gurudeenverma198
2753. *पूर्णिका*
2753. *पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
आगे बढ़ रही
आगे बढ़ रही
surenderpal vaidya
कच्चे मकानों में अब भी बसती है सुकून-ए-ज़िंदगी,
कच्चे मकानों में अब भी बसती है सुकून-ए-ज़िंदगी,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
Loading...