-हंसते रहो
हंसते रहो और हंसाते रहो
यह भी है कोरोना की एक दवा
अटूट भरोसा रखो रब पर
आज नहीं तो कल मिलेगी शुद्ध हवा
थक कर मायूस ना होना
उम्र चाहे हो जो दिल रहेगा जवां
वक्त जरूर थोड़ा कठिन है
उम्मीद हौसले रख बनते रहो नवा।
– सीमा गुप्ता अलवर राजस्थान