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31 Mar 2024 · 1 min read

हँसते गाते हुए

हँसते गाते हुए
मुस्कुराते हुए
बीत जाए जो दिन
बस जनम दिन वही,
हो भरा सुख से पर
दु:ख व पीड़ाओं से
रीत जाए जो दिन
बस जनम दिन वही,
अपने मनमीत से
प्रेम उपहार में
प्रीत पाए जो दिन
बस जनम दिन वही,
भूले बिसरे हुए
साथ छूटे हुए
मीत लाए जो दिन
बस जनम दिन वही,
भींग जाए ये मन
ऐसे सुर से सजा
गीत गाए जो दिन
बस जनम दिन वही,
इसके अँधियार से
मन की हर हार से
जीत जाए जो दिन
बस जनम दिन वही!!

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