जब कभी प्यार की वकालत होगी
पुरखों का घर - दीपक नीलपदम्
दीपक नील पदम् { Deepak Kumar Srivastava "Neel Padam" }
नेता हुए श्रीराम
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
बदलते लोग भी टीचर से कम नहीं हैं,हर मुलाकात में कुछ नया सिखा
लापता सिर्फ़ लेडीज नहीं, हम मर्द भी रहे हैं। हम भी खो गए हैं
नवरात्रा तीसरा ★ तृतीय अंक ★* 3* दो स्तुतियां
फलानी ने फलाने को फलां के साथ देखा है।
ग़ज़ल सगीर
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
यदि कोई आपके मैसेज को सीन करके उसका प्रत्युत्तर न दे तो आपको
जिंदगी की राहों में, खुशियों की बारात हो,
हे राम तुम्हारे आने से बन रही अयोध्या राजधानी।
Prabhu Nath Chaturvedi "कश्यप"