स्वाभिमान से इज़हार
जिसके पीछे भागेगा तू
वो तुझे कभी मिलेगा नहीं
चाहता है अगर पाना उसे, खा कसम
उसके पीछे तू भागेगा नहीं
चाहेगा तू जितना उसे
वो तुझे उतना ही तड़पाएगी
कर के देख नजरंदाज उसे
खुद भागकर तेरे पास आयेगी
बहुत कह लिया जानू आई लव यू
एक बार बाय बाय कहकर तो देख
टूट जायेगा सारा गुरूर उसका
एक बार थोड़ी हिम्मत कर के तो देख
है हकीकत इस जहान की यही
सम्मान को याचना समझा जाता है
जो दिखाता है अभिमान यहां
उसी को महान समझा जाता है
कोई कीमत नहीं होती उसकी
जिसे पाना आसान होता है
कह दे उसे तू जाकर आज
मेरा भी कहीं इंतज़ार होता है
माना मेरे सपनों में आती है तू
मैं भी किसी के सपनों में आता हूं
माना मैं चाहता हूं सिर्फ तुझे
लेकिन किसी को मैं भी भाता हूं
है चाहने वाले हज़ारों तेरे
मेरे भी कुछ कद्रदान है
है तुझको गुरूर तेरे रूप पर
मुझमें भी बचा स्वाभिमान है
गर है उसको भी मोहब्बत तुझसे
वो तुझको अपनाएगी यकीनन
स्वाभिमान देखकर वो तेरा
दौड़ी चली आएगी यकीनन।