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21 Jun 2024 · 1 min read

स्वयं से बात

स्वयं से बात (धनुष वर्ण पिरामिड)

जो
जन
करता
चलता है
स्वयं से बात
समझ उसी को
वह आत्मनिष्ठ है
प्रिय वंदनीय है
वही ब्रह्म विद
शिव साधक
आराधक
जग में
प्रिय
है।

साहित्यकार डॉ0 रामबली मिश्र वाराणसी।

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