Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
16 Aug 2024 · 1 min read

स्वतंत्रता

मुक्तक
~~~
प्रिय सभी को स्वतंत्रता, अपने मन की चाह।
सभी चाहते विचरना, अपनी अपनी राह।
सबको सब सुख चाहिए, बिना किसी प्रतिबंध।
और चाहते हर समय, जीवन बेपरवाह।
~~~
बहुत जरूरी समझना, आजादी का मोल।
बिन इसके मझधार में, नैया जाती डोल।
रहें जागरुक हर समय, सबको लेकर साथ।
अकर्मण्यता के पड़े, बंधन सारे खोल।
~~~
-सुरेन्द्रपाल वैद्य , मण्डी (हि. प्र.)

2 Likes · 1 Comment · 54 Views
Books from surenderpal vaidya
View all

You may also like these posts

मेरी बिटिया
मेरी बिटिया
लक्ष्मी वर्मा प्रतीक्षा
बेटलिंग बेगमो के इर्दगिर्द घूमती बांग्लादेश की राजनीति ✍️
बेटलिंग बेगमो के इर्दगिर्द घूमती बांग्लादेश की राजनीति ✍️
Rohit yadav
सभी प्रकार के सांपों को
सभी प्रकार के सांपों को "विश्व सर्प-दिवस" की मुबारकबाद।
*प्रणय*
शिक्षा
शिक्षा
डॉ राजेंद्र सिंह स्वच्छंद
मडमिंग (गोंडी विवाह) की संकल्पना
मडमिंग (गोंडी विवाह) की संकल्पना
GOVIND UIKEY
गीत- ये हिंदुस्तान की धरती...
गीत- ये हिंदुस्तान की धरती...
आर.एस. 'प्रीतम'
*परिवार: सात दोहे*
*परिवार: सात दोहे*
Ravi Prakash
मेरी किस्मत
मेरी किस्मत
भवानी सिंह धानका 'भूधर'
నా గ్రామం
నా గ్రామం
डॉ गुंडाल विजय कुमार 'विजय'
माँ मैथिली आओर विश्वक प्राण मैथिली --- रामइकबाल सिंह 'राकेश'
माँ मैथिली आओर विश्वक प्राण मैथिली --- रामइकबाल सिंह 'राकेश'
श्रीहर्ष आचार्य
3023.*पूर्णिका*
3023.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
इस मुस्कुराते चेहरे की सुर्ख रंगत पर न जा,
इस मुस्कुराते चेहरे की सुर्ख रंगत पर न जा,
डी. के. निवातिया
मुस्कुराना सीख लिया !|
मुस्कुराना सीख लिया !|
पूर्वार्थ
श्रंगार
श्रंगार
Vipin Jain
এটি একটি সত্য
এটি একটি সত্য
Otteri Selvakumar
तिश्नगी
तिश्नगी
पूनम 'समर्थ' (आगाज ए दिल)
*** तोड़ दिया घरोंदा तूने ,तुझे क्या मिला ***
*** तोड़ दिया घरोंदा तूने ,तुझे क्या मिला ***
गायक - लेखक अजीत कुमार तलवार
यक्ष प्रश्न
यक्ष प्रश्न
Shashi Mahajan
चाय पीते और पिलाते हैं।
चाय पीते और पिलाते हैं।
Neeraj Agarwal
झूठे हैं सब कहकहे,
झूठे हैं सब कहकहे,
sushil sarna
दोहे रमेश के करवा चौथ पर
दोहे रमेश के करवा चौथ पर
RAMESH SHARMA
आप काम करते हैं ये महत्वपूर्ण नहीं है, आप काम करने वक्त कितन
आप काम करते हैं ये महत्वपूर्ण नहीं है, आप काम करने वक्त कितन
Ravikesh Jha
चुनौतियाँ शहरों की
चुनौतियाँ शहरों की
Chitra Bisht
दिल को तमाम बातों का तह खाना बना दे
दिल को तमाम बातों का तह खाना बना दे
Kanchan Gupta
बिना काविश तो कोई भी खुशी आने से रही। ख्वाहिश ए नफ़्स कभी आगे बढ़ाने से रही। ❤️ ख्वाहिशें लज्ज़त ए दीदार जवां है अब तक। उस से मिलने की तमन्ना तो ज़माने से रही। ❤️
बिना काविश तो कोई भी खुशी आने से रही। ख्वाहिश ए नफ़्स कभी आगे बढ़ाने से रही। ❤️ ख्वाहिशें लज्ज़त ए दीदार जवां है अब तक। उस से मिलने की तमन्ना तो ज़माने से रही। ❤️
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
ਹਕੀਕਤ ਜਾਣਦੇ ਹਾਂ
ਹਕੀਕਤ ਜਾਣਦੇ ਹਾਂ
Surinder blackpen
"बाणसुर की नगरी"
Dr. Kishan tandon kranti
मुझको कभी भी आजमा कर देख लेना
मुझको कभी भी आजमा कर देख लेना
Ram Krishan Rastogi
"सुप्रभात "
Yogendra Chaturwedi
*नई मुलाकात *
*नई मुलाकात *
DR ARUN KUMAR SHASTRI
Loading...