स्मृतियाँ है प्रकाशित हमारे निलय में, स्मृतियाँ है प्रकाशित हमारे निलय में, दीप सा जल रहा, कुछ हमारे हृदय में। ✍️पंकज पाण्डेय सावर्ण्य