स्नेह की मृदु भावनाओं को जगाकर।
स्नेह की मृदु भावनाओं को जगाकर।
और मन के आज सब संशय हटाकर।
जिंदगी की राह पर हम बढ़ चलेंगे।
अब अहर्निश हर कदम आगे बढ़ाकर।
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-सुरेन्द्रपाल वैद्य, ११/१०/२०२३
स्नेह की मृदु भावनाओं को जगाकर।
और मन के आज सब संशय हटाकर।
जिंदगी की राह पर हम बढ़ चलेंगे।
अब अहर्निश हर कदम आगे बढ़ाकर।
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-सुरेन्द्रपाल वैद्य, ११/१०/२०२३